प्रतिभा सिंह ठाकुर 16/11/2025

रोहिणी आचार्य ने 15 नवंबर को राजनीति छोड़ने और अपने परिवार से संबंध समाप्त करने की बात कही. उन्होंने संजय यादव और रमीज पर दबाव डालने का आरोप लगाया. जिसके बाद अब लालू के बड़े लाल तेज प्रताप यादव का गुस्सा भड़क उठा है. इसके साथ ही उन्होंने पिता लालू यादव से संकेत भी मांगे.बिहार चुनाव के ठीक एक दिन बाद यानी 15 नवंबर को लालू परिवार में एक और टूट हुई. दरअसल, रोहिणी आचार्य ने राजनीति छोड़ने और अपने परिवार से संबंध तोड़ने की बात कही और उन्होंने संजय यादव और रमीज पर दबाव डालने का आरोप लगाया. इस पूरे मामले को लेकर अब लालू यादव के बड़े बेटे और जनशक्ति जनता दल के सुप्रीमो तेज प्रताप यादव भड़क गये हैं.मेरी बहन के साथ अपमान असहनीय’
दरअसल, इंस्टाग्राम पर जनशक्ति जनता दल के जरिये एक पोस्ट शेयर किया गया. उस पोस्ट में तेज प्रताप यादव ने लिखा, कल की घटना ने दिल को भीतर तक झकझोर दिया है. मेरे साथ जो हुआ, वह मैं सह गया. लेकिन मेरी बहन के साथ जो अपमान हुआ, वह किसी भी हाल में असहनीय है. सुन लो जयचंदो, परिवार पर वार करोगे तो बिहार की जनता तुम्हें कभी माफ नहीं करेगी.जयचंदों ने तेजस्वी की बुद्धि पर डाला पर्दा’
इसके आगे यह भी लिखा, जबसे मेरी रोहिणी बहन के चप्पल उठाने की खबर सुनी, दिल की आहत अब अग्नि बन चुकी है. जब जनमानस की भावनाएं आहत होती हैं तो बुद्धि पर पड़ी धूल उड़ जाती है. इन चंद चेहरों ने तेजस्वी की भी बुद्धि पर पर्दा डाल दिया है. इस अन्याय का परिणाम बेहद भयावह होगा. समय का लेखा-जोखा बड़ा कठोर है.लालू यादव से किया ये आग्रह
इसके आगे लालू यादव को लेकर लिखा कि मैं माननीय RJD के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मेरे पिता, मेरे राजनीतिक गुरु लालू प्रसाद जी से आग्रह करता हूं. पिता जी, एक संकेत दीजिए, आपका केवल एक इशारा और बिहार की जनता इन जयचंदों को जमीन में गाड़ देने का काम खुद कर देगी. यह लड़ाई किसी दल की नहीं परिवार के सम्मान, बेटी की गरिमा और बिहार के स्वाभिमान की लड़ाई है. आखिर में लिखा, तेजप्रताप यादव, एक बेटा और भाई.पार्टी-परिवार से निकाले गये थे तेज प्रताप यादव
इंस्टाग्राम पोस्ट में पार्टी के नाम के नीचे ‘बहन के लिये’ भी लिखा गया है. इस तरह से रोहिणी आचार्य के बयान के बाद तेज प्रताप यादव का गुस्सा भड़क उठा है. लेकिन, क्या कुछ वे एक्शन लेते हैं, यह देखना होगा. मालूम हो, अनुष्का यादव से जुड़े विवाद के बाद लालू यादव ने तेज प्रताप यादव को पार्टी और परिवार से निकाल दिया था. जिसके बाद उन्होंने अपनी नई पार्टी बनाई और महुआ से चुनाव लड़ा. लेकिन, तेज प्रताप यादव चुनाव हार गये.,
