
नई दिल्ली: भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) ने देशभर में मतदाता नामावलियों का विशेष सघन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision – SIR) शुरू करने की घोषणा की है। यह प्रक्रिया अब दूसरे चरण में प्रवेश कर रही है, जिसके तहत 12 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को शामिल किया गया है।
मुख्य बिंदु
- पहले चरण में जिन राज्यों में पुनरीक्षण पूरा हो चुका है, अब दूसरे चरण में बाकी 12 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को जोड़ा गया है।
- इस प्रक्रिया का उद्देश्य मतदाता सूचियों को अधिक सटीक, अद्यतन और त्रुटि-मुक्त बनाना है।
- आयोग ने बताया कि बिहार में पहले चरण का पुनरीक्षण सफलतापूर्वक संपन्न हुआ और वहाँ किसी भी प्रकार की अपील दर्ज नहीं हुई।
उद्देश्य और प्रक्रिया
- चुनाव आयोग का लक्ष्य है कि मतदाता सूची से डुप्लिकेट नाम, मृत व्यक्तियों के नाम और गलत पते हटाए जाएँ।
- साथ ही, नए मतदाताओं को जोड़ा जाएगा, और जिन लोगों ने हाल ही में स्थान बदला है, उनके पते अपडेट किए जाएंगे।
- हर मतदाता को अपना नाम जांचने, सुधार कराने और नई प्रविष्टि के लिए आवेदन करने का अवसर मिलेगा।
- राज्य और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों (CEOs) को इस प्रक्रिया को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।
आगे की योजना
- आयोग ने घोषणा की है कि संशोधित मतदाता सूची की अंतिम प्रकाशन तिथि 7 फरवरी 2026 रखी गई है।
- सभी राज्यों में स्थानीय स्तर पर विशेष मतदाता अभियान शिविर लगाए जाएंगे, जहाँ लोग अपने नाम जुड़वाने या सुधार करने के लिए आवेदन कर सकेंगे।
- चुनाव आयोग का कहना है कि यह पहल लोकतांत्रिक प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी, भरोसेमंद और समावेशी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
