रिपोर्ट: Varsha Chamoli , पटना से | 3 नवंबर 2025

बिहार की राजनीति रविवार शाम पूरी तरह चुनावी रंग में रंगी दिखी, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजधानी पटना की सड़कों पर करीब तीन किलोमीटर लंबा रोड शो किया।
डिंकर गोलंबर से शुरू होकर यह जनसैलाब उद्योग भवन तक पहुंचा — चारों ओर तिरंगे झंडे, मोदी-मास्क पहने बच्चे और ‘मोदी-मोदी’ के नारे गूंजते रहे।
“बिहार का विकास ही भारत का विकास है” – पीएम मोदी
रोड शो के बीच मोदी ने खुले वाहन से लोगों की ओर हाथ हिलाया और पुष्पवर्षा का जवाब मुस्कान के साथ दिया।
गांधी मैदान के पास एक छोटे भाषण में उन्होंने कहा,
“बिहार ने हमेशा भारत की राजनीति को नई दिशा दी है। आज जब देश ‘विकसित भारत’ की ओर बढ़ रहा है, तो बिहार को उस यात्रा का नेतृत्व करना है। मैं चाहता हूं कि हर युवा, हर महिला, हर किसान इस अभियान का हिस्सा बने।”
मोदी के भाषण के दौरान भीड़ “जय बिहार” और “भारत माता की जय” के नारे लगाती रही।
कार्यक्रम के अंत में पारंपरिक ‘समां-चकेवा’ नृत्य और लोकगीतों ने पूरे माहौल को उत्सव में बदल दिया।
सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम, प्रशासन रहा सतर्क
पटना पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों ने पूरे मार्ग पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की थी।
करीब 2,000 जवान तैनात किए गए, ट्रैफिक को डायवर्ट किया गया और कई सड़कों पर बैरिकेड लगाए गए।
ड्रोन कैमरों से पूरे रोड शो की निगरानी की गई।
डीएम चंद्रशेखर सिंह ने कहा —
“हमने सुरक्षा और यातायात दोनों मोर्चों पर विशेष प्रबंध किए। कार्यक्रम शांति और अनुशासन के साथ संपन्न हुआ।”
राजनीतिक संदेश स्पष्ट: एनडीए का शक्ति प्रदर्शन
यह रोड शो केवल एक प्रचार कार्यक्रम नहीं बल्कि एनडीए की एकजुटता और ताकत दिखाने का मंच था।
मोदी के साथ मंच पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, जद(यू) के नेता और एलजेपी (रामविलास) के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बिहार में पहले चरण का मतदान (6 नवंबर) से पहले यह कार्यक्रम मतदाताओं का रुझान एनडीए की ओर मोड़ने की कोशिश है।
वहीं विपक्षी गठबंधन “इंडिया ब्लॉक” ने इसे “सरकारी प्रचार यात्रा” बताया है।
राजद प्रवक्ता मनोज झा ने कहा —
“जनसभा करना लोकतांत्रिक अधिकार है, लेकिन रोजगार, शिक्षा और महंगाई पर जवाब कौन देगा?”
जनता का उत्साह और उम्मीदें
रोड शो में शामिल रेखा देवी, जो पटना सिटी से आई थीं, बोलीं —
“हम हर बार मोदी जी को टीवी पर देखते हैं, आज पहली बार सामने देखा। उम्मीद है बिहार का चेहरा बदल जाएगा।”
वहीं छात्र रवि राज ने कहा —
“हम चाहते हैं रोजगार और पारदर्शिता। बड़े वादे बहुत हुए, अब काम दिखे।”
