प्रतिभा ठाकुर 13/11/2025

राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने गुरुवार देर शाम को पोलो रोड स्थित राबड़ी आवास पर महागठबंधन के नेताओं की हाई लेवल बैठक बुलाई. इससे पहले उन्होंने दिन में महागठबंधन के प्रत्याशियों के साथ ऑनलाइन बैठक की थी.बिहार विधानसभा चुनाव के काउंटिंग में अब 12 घंटे से भी कम का वक्त बचा है. काउंटिंग से ठीक पहले राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने गुरुवार शाम को अचानक से राबड़ी आवास पर महागठबंधन के नेताओं की हाई लेवल बैठक बुला ली. इस बैठक में शामिल होने के लिए भाकपा माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य, विकासशील इंसान पार्टी के चीफ मुकेश सहनी और राजद के कई सीनियर नेता पहुंचे हैं. दिन में प्रत्याशियों से की थी बात
काउंटिंग से ठीक एक दिन पहले राजद नेता तेजस्वी यादव ने गुरुवार को दिन में महागठबंधन के प्रत्याशियों और कार्यकर्ताओं के साथ ऑनलाइन बैठक की. इस बैठक में उन्होंने चुनावी गड़बड़ी पर नजर बनाए रखने का आदेश दिया. उन्होंने पार्टी नेताओं को आदेश दिया कि किसी भी काउंटर पर गिनती के दौरान उन्हें लगता है कि गड़बड़ी हो रही है तो वह तुरंत पार्टी हाईकमान को इसकी जानकारी दें.
‘किसी भी परिस्थिति में लापरवाही नहीं होनी चाहिए’
महागठबंधन के उम्मीदवारों के साथ बैठक के दौरान तेजस्वी ने कहा कि “काउंटिंग वाले दिन किसी भी परिस्थिति में लापरवाही नहीं होनी चाहिए. हमारे पोलिंग एजेंट हर टेबल पर मौजूद रहें और फॉर्म 17C से लेकर ईवीएम की सील तक हर चीज की बारीकी से जांच करें.” उन्होंने यह भी कहा कि मतगणना की गति को प्रभावित करने या किसी तरह का दबाव बनाने की कोशिशें हो सकती हैं, इसलिए सबको अलर्ट रहना होगा.एग्जिट पोल ने बिहार में बनाई है NDA की सरकार
बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव के बाद अब तक जितने भी एग्जिट पोल आए हैं उनमें से एक भी ने महागठबंधन को सत्ता नहीं दी है. करीब 17 से ज्यादा सर्वे रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बिहार में एक बार फिर से नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार की वापसी हो सकती है. हालांकि कुछ सर्वे में जरूर कड़ी टक्कर की बात कही जा रही है. बिहार में हुआ है बंपर मतदान
इस बार के बिहार विधानसभा चुनाव में वोटरों ने भी खुलकर वोट दिया है. इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में सभी रिकॉर्ड टूट गये. 6 और 11 नवंबर दोनों फेज को मिलाकर टोटल 66.91 प्रतिशत मतदान हुआ, जो अब तक का सर्वाधिक है. 73 साल के इतिहास में पहली बार इस तरह से मतदान होने की बात कही जा रही है. यह 2020 के विधानसभा चुनाव में हुए 57.29 प्रतिशत मतदान की तुलना में 9.62 प्रतिशत अधिक है.
