लोकसभा चुनाव से पहले प्रचार के दौरान बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने घोषणा की कि अगर INDIA गठबंधन को बिहार में सत्ता मिलती है, तो केंद्र सरकार द्वारा पारित वक्फ (संशोधन) अधिनियम, 2025 को पूरी तरह से रद्द कर दिया जाएगा।
तेजस्वी यादव ने बिहार के मुस्लिम बहुल सीमांचल क्षेत्र के चार विधानसभा क्षेत्रों — प्राणपुर, कोचा धमन, जोकिहाट और नरपतगंज — में जनसभाएं कीं। उन्होंने कहा कि यह चुनाव सिर्फ सत्ता परिवर्तन का नहीं, बल्कि संविधान और बहुलतावाद (pluralism) की रक्षा की लड़ाई है।

उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान नीतीश कुमार-नेतृत्व वाली सरकार ने सीमांचल क्षेत्र के विकास को पूरी तरह नजरअंदाज किया है और राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। तेजस्वी ने वादा किया कि अगर उनकी सरकार बनी, तो सीमांचल क्षेत्र के विकास के लिए विशेष योजनाएं शुरू की जाएंगी — जैसे कि
- सीमांचल विकास प्राधिकरण की स्थापना,
- एक विश्वस्तरीय विश्वविद्यालय,
- एक सुपर-स्पेशियलिटी अस्पताल,
- और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का एक केंद्र इस क्षेत्र में खोला जाएगा।
तेजस्वी ने कहा, “अगर हमारी सरकार बनी, तो इस वक्फ कानून को कूड़ेदान में फेंक देंगे।”
केंद्र सरकार ने अप्रैल 2025 में यह कानून पारित किया था और भाजपा-जेडीयू गठबंधन सरकार ने इसे पारदर्शिता बढ़ाने और मुस्लिम समुदाय, विशेषकर महिलाओं व पिछड़े वर्गों के सशक्तिकरण के लिए आवश्यक बताया था। लेकिन विपक्ष ने इसे मुस्लिम समुदाय के अधिकारों पर हमला करार दिया है।
